शिक्षा में उत्कृष्टता
शिक्षा में उत्कृष्टता - २००४ से निरंतर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हुए, हमारे विद्यालय ने क्षेत्र में शिक्षा के मानक को ऊँचा उठाया है। हमारे पूर्व छात्र विभिन्न क्षेत्रों में सफल होकर समुदाय का गौरव बढ़ाते हैं।
२००४ से हमारी यात्रा
सरस्वती शिशु मंदिर पुरुर, बालोद छत्तीसगढ़ राज्य के बालोद जिले में स्थित एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है जो 2004 से निरंतर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है। विद्या भारती मध्य क्षेत्र के अंतर्गत संचालित यह विद्यालय कक्षा 1 से 12वीं तक सह-शिक्षा प्रणाली के माध्यम से छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का पाठ्यक्रम संचालित करता है। चरित्र निर्माण और संस्कार विकास - आपके बच्चे केवल किताबी ज्ञान ही नहीं, बल्कि जीवन मूल्य, नैतिकता और देशभक्ति की शिक्षा भी प्राप्त करते हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य बच्चों में गहरी देशभक्ति और मजबूत राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण करना है।
हमारा मुख्य उद्देश्य बच्चों को केवल शैक्षणिक ज्ञान ही नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, नैतिक मूल्यों और चरित्र निर्माण की समग्र शिक्षा प्रदान करना है। विद्यालय में नियमित रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रम, गुरु पूर्णिमा जैसे पर्वों का आयोजन किया जाता है जो बच्चों में संस्कार और राष्ट्रीय गौरव की भावना विकसित करता है।सांस्कृतिक मूल्यों का संरक्षण - विद्यालय में नियमित रूप से त्योहार, गुरु पूर्णिमा और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जो स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखते हैं।
हम प्रतिबद्ध हैं कि हमारे छात्र न केवल शिक्षित हों, बल्कि एक आदर्श नागरिक बनकर समाज और राष्ट्र की सेवा में योगदान दें।गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का आश्वासन - हमारे विद्यालय में अनुभवी और प्रशिक्षित शिक्षक-शिक्षिकाएं आपके बच्चों को व्यक्तिगत ध्यान देकर शिक्षा प्रदान करते हैं। हमारी शिक्षा पद्धति में आधुनिक तकनीक के साथ-साथ पारंपरिक भारतीय मूल्यों का समावेश है।निःशुल्क सेवाएं - विद्यालय समुदाय के लिए विभिन्न शैक्षणिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है जिससे पूरे क्षेत्र का सामाजिक और शैक्षणिक वातावरण बेहतर होता है।

संकल्प और आदर्श
हमारा संकल्प
हमारा मुख्य उद्देश्य छात्रों की मानसिक, भावनात्मक, सामाजिक, आध्यात्मिक और शारीरिक क्षमताओं का संपूर्ण विकास करना है। हम एक ऐसा वातावरण निर्माण करते हैं जहाँ बच्चे आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को भी सीखते हैं।
हमारा आदर्श
हमारा दृष्टिकोण एक ऐसे भारत का निर्माण करना है जहाँ शिक्षा में संस्कार का समावेश हो। हम भविष्य के ऐसे नागरिक तैयार करना चाहते हैं,जो भारतीय संस्कृति और परंपराओं के वाहक हों
मूल सिद्धांत
संस्कारित राष्ट्र निर्माताओं का सृजन
गुणवत्ता
शिक्षा में गुणवत्ता और नैतिकता का संयोजन
सांस्कृतिक
राष्ट्रीय गौरव और सांस्कृतिक चेतना का विकास
विकास
राष्ट्रीय गौरव और सांस्कृतिक चेतना का विकास
व्यक्तित्व
समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना का विकास
प्रमुख शिक्षक और प्रशासन
हमारे शिक्षकों के बारे में
प्राचार्य
श्री वेदप्रकाश कटेन्द्र
अनुभवी प्राचार्य संस्थान की शैक्षणिक और प्रशासनिक गतिविधियों का नेतृत्व करते हैं
Vice Principal
Academic Affairs
Overseeing curriculum development and academic programs
Head Master
Operations
Managing daily operations and student affairs